पिछले दो सालों में शेयर बाजार लगातार नई ऊंचाइयों पर पहुंचा है. अमेरिका की पांच सबसे बड़ी टेक कंपनियां Nvidia, Microsoft, Google, Amazon और Meta का मार्केट कैप अब 25 ट्रिलियन डॉलर से भी ज्यादा हो गया है. यह रकम यूरोप, यूके, भारत, जापान और कनाडा के सभी लिस्टेड शेयरों की कुल वैल्यू से भी अधिक है.
दुनिया के टॉप 10 शेयरों में से 8 एआई से जुड़े हैं. ये कंपनियां अब ग्लोबल इक्विटी मार्केट का लगभग 25% हिस्सा नियंत्रित कर रही हैं. लेकिन इन कंपनियों के वैल्यूएशन इतने बढ़ चुके हैं कि अगर निवेशकों की उम्मीदें टूटीं, तो शेयर बाजार में बड़ी गिरावट (Share Market Crash) आ सकती है. AI Stocks अब उसी स्तर पर पहुंच रहे हैं, जिस पर साल 2000 में “डॉट कॉम बबल” फूटा था, जिसने लाखों निवेशकों को बर्बाद कर दिया था.
जेपी मॉर्गन, गोल्डमैन सैक्स और आईएमएफ की चेतावनी
JP Morgan के सीईओ जेमी डिमन ने बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में कहा, “अगले छह महीने से दो साल के भीतर बाजार में बड़ी गिरावट संभव है.” उन्होंने इसके पीछे भू-राजनीतिक तनाव, सरकारी खर्च में बढ़ोतरी और हथियारों की नई दौड़ को कारण बताया. डिमन के अनुसार, कंपनियां अब एआई प्रोजेक्ट्स में एक-दूसरे को फंडिंग दे रही हैं और अपने ही शेयर खरीद रही हैं ये सभी किसी बड़े बुलबुले के संकेत हैं.
वहीं Goldman Sachs का कहना है कि AI Bubble अभी पूरी तरह नहीं फूटा, लेकिन खतरा बढ़ गया है. कंपनी ने निवेशकों को सलाह दी है कि वे अपना सारा पैसा सिर्फ एआई कंपनियों में न लगाएं और निवेश को विविध रखें. IMF की चीफ क्रिस्टालिना जॉरजीवा ने भी कहा, “अब अनिश्चितता ही नया सामान्य बन गई है.” उनके मुताबिक, एआई के कारण शेयरों के वैल्यूएशन असामान्य रूप से ऊंचे हो गए हैं और आने वाले सालों में ग्लोबल इकोनॉमी की रफ्तार धीमी रह सकती है.
बैंक ऑफ इंग्लैंड और जेफ बेजोस की चिंता
Bank of England ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि एआई कंपनियों के शेयरों का वैल्यूएशन बहुत “तनावपूर्ण” स्थिति में है. अगर निवेशकों की भावनाएं बदलीं, तो शेयर बाजार में अचानक गिरावट (Stock Market Correction) आ सकती है. बैंक का मानना है कि इस बार का झटका डॉट कॉम क्रैश जितना बड़ा हो सकता है. वहीं Amazon के फाउंडर जेफ बेजोस ने इसे “Industrial Bubble” कहा. उन्होंने कहा, “एआई असली और उपयोगी टेक्नोलॉजी है, लेकिन इसमें लगा ज्यादातर पैसा डूब सकता है.” बेजोस के मुताबिक, एआई एक बड़ा इनोवेशन है, लेकिन इसमें जो ओवरवैल्यूएशन और निवेश का जोश है, वह मार्केट को खतरनाक स्थिति में ले जा सकता है.
एआई बूम या बबल निवेशकों को रहना होगा सतर्क
कुल मिलाकर, दुनियाभर के विशेषज्ञ मानते हैं कि AI Revolution ने शेयर बाजार को रिकॉर्ड ऊंचाइयों पर पहुंचाया है, लेकिन यह तेजी लंबे समय तक नहीं टिकेगी. अगर यह AI Boom नियंत्रण से बाहर गया, तो आने वाले सालों में एक बड़ा Market Crash देखने को मिल सकता है. इसलिए निवेशकों को समझदारी से फैसले लेने की जरूरत है. सिर्फ एआई कंपनियों में पैसा लगाने से बचें और निवेश को संतुलित और सुरक्षित बनाएं.
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