भारत में म्यूचुअल फंड SIP लोगों की पसंद तेजी से बढ़ रही है. शेयर बाजार ऊपर-नीचे होने और ग्लोबल हालात ठीक न रहने के बावजूद, छोटे निवेशक लगातार SIP में पैसा डाल रहे हैं. इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि कम रकम से भी समय के साथ अच्छा फंड बनाया जा सकता है.
₹5000 महीने की SIP से कितना फायदा मिलेगा
मान लीजिए आप हर महीने 5,000 रुपये SIP में लगाते हैं और इसे लगातार 5 साल तक जारी रखते हैं. अगर इस दौरान सालाना औसत रिटर्न 12% रहता है, तो आपका पैसा बढ़कर 4,05,518 रुपये हो जाएगा. इसमें आपकी अपनी रकम 3,00,000 रुपये होगी और 1,05,518 रुपये का अतिरिक्त फायदा मिलेगा. एक्सपर्ट का मानना है कि इक्विटी म्यूचुअल फंड लंबे समय में करीब 12% तक का औसत रिटर्न दे सकते हैं. इसी वजह से SIP कैलकुलेशन में इस रिटर्न रेट को आधार माना जाता है.
कौन से फंड्स ने दिया ज्यादा रिटर्न
पिछले 5 साल में कुछ म्यूचुअल फंड्स ने 28% से भी ज्यादा का सालाना रिटर्न दिया है. जैसे, SBI PSU फंड ने 28.77%, Invesco India PSU Equity Fund ने 28.43% और ICICI Pru Infrastructure Fund ने 28.12% रिटर्न दिया. ये आंकड़े 1 अक्टूबर 2025 की NAV पर आधारित हैं. लेकिन यह याद रखना जरूरी है कि किसी भी फंड का पुराना रिटर्न आगे की गारंटी नहीं होता.
लंबी अवधि क्यों है जरूरी
BPN Fincap के डायरेक्टर एके निगम का कहना है कि SIP को लंबे समय तक जारी रखने का सबसे बड़ा फायदा कम्पाउंडिंग और रुपी कॉस्ट एवरेजिंग से मिलता है. इससे धीरे-धीरे आपका निवेश बड़ी रकम में बदल सकता है. Personal CFO के CEO सुशील जैन कहते हैं कि SIP में कम्पाउंडिंग का असर समय के साथ और ज्यादा दिखाई देता है. छोटे-छोटे निवेश भी अगर लंबे समय तक चलते रहें, तो अच्छा खासा फंड बन सकता है. इसके अलावा, SIP बाजार के उतार-चढ़ाव में औसत लागत निकालने में मदद करता है.
FY26 में SIP इनफ्लो कितना रहा
AMFI के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल से अगस्त 2025 तक हर महीने 26,000 से 28,000 करोड़ रुपये SIP के जरिए आए. अगस्त में SIP इनफ्लो 28,265 करोड़ रुपये रहा. यह जुलाई से थोड़ा कम था, लेकिन लगातार 54वां महीना रहा जब इक्विटी फंड्स में पैसा आया. हालांकि, जुलाई की तुलना में इसमें 22% की गिरावट देखी गई. इसकी मुख्य वजह नए फंड ऑफर (NFO) में कमी रही.
निवेशकों के लिए क्या सीख है
अगर आपके पास एक साथ बड़ी रकम लगाने का विकल्प नहीं है, तो SIP एक बेहतर तरीका है. जिनकी नियमित आय है, वे हर महीने एक तय रकम निवेश करके धीरे-धीरे बड़ा फंड बना सकते हैं. लेकिन SIP शुरू करने से पहले अपनी आय, खर्च और फाइनेंशियल टारगेट का सही अंदाजा लगाना जरूरी है. अगर आप म्यूचुअल फंड और उससे जुड़े रिस्क को पूरी तरह नहीं समझते, तो किसी फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लेना सही रहेगा. SIP निवेश करने का यह एक आसान और व्यवस्थित तरीका है. सिर्फ ₹5000 महीने से भी आप 5 साल में अच्छा फंड बना सकते हैं. सही फंड चुनें, धैर्य रखें और लगातार निवेश करते रहें, तो आप अपने भविष्य के लिए मजबूत फाइनेंशियल प्लान तैयार कर सकते हैं.
डिस्क्लेमर – यह जानकारी सिर्फ आपकी समझ के लिए दी गई है, इसे सीधे निवेश की सलाह न मानें. म्यूचुअल फंड या SIP में निवेश करने से पहले अपनी कमाई, खर्च और जोखिम उठाने की क्षमता जरूर देखें. सही फैसला लेने के लिए किसी भरोसेमंद वित्तीय सलाहकार की मदद लेना बेहतर रहेगा.
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