वर्ल्ड बैंक की नई रिपोर्ट ने भारत की आर्थिक बढ़त पर खास ध्यान खींचा है. रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) अपनाने की रफ्तार दुनिया के सबसे तेज देशों में शामिल है. “AI Readiness Index” में भारत की रैंक कई विकसित देशों से बेहतर है. इससे साफ है कि भारत अब सिर्फ तकनीक का इस्तेमाल करने वाला देश नहीं, बल्कि एक नया इनोवेशन हब बन गया है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि AI अपनाने का असर अब भारत की अर्थव्यवस्था में साफ दिख रहा है. डिजिटल पेमेंट की कामयाबी के बाद, अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस भारत की नई विकास कहानी लिख रहा है. जैसे यूपीआई (UPI) ने लोगों के भुगतान करने का तरीका बदल दिया, वैसे ही AI अब बिज़नेस, एजुकेशन और गवर्नेंस में नए मौके बना रहा है.
AI से बदलती भारत की अर्थव्यवस्था
वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक, AI तकनीक आने के बाद भारत के कंप्यूटर सर्विस एक्सपोर्ट्स में करीब 30% की बढ़ोतरी हुई है. पहले जो कंपनियां सिर्फ सॉफ्टवेयर बनाती थीं, अब वे AI सॉल्यूशंस और ऑटोमेशन सर्विसेज भी देने लगी हैं.भारत में प्राइवेट इन्वेस्टमेंट लगातार बढ़ रहा है और विदेशी निवेशकों का भरोसा भी मज़बूत हुआ है. यह बदलाव इसलिए अहम है क्योंकि जब कई देशों की अर्थव्यवस्थाएं मंदी झेल रही हैं, तब भारत ने AI अपनाकर अपनी प्रोडक्टिविटी और काम करने की क्षमता को नए स्तर पर पहुंचा दिया है.
यह भी पढ़ें – मॉर्गन स्टेनली की चेतावनी: भारत को चाहिए 12% ग्रोथ, वरना जॉब्स पर गहरा संकट!
अब AI सिर्फ टेक कंपनियों तक सीमित नहीं रहा. यह खेती, हेल्थ, एजुकेशन और गवर्नेंस जैसे सेक्टरों में भी बड़ा बदलाव ला रहा है. किसान अब मौसम और मिट्टी के डेटा से फसल की बेहतर योजना बना रहे हैं, डॉक्टर बीमारियों की जल्दी पहचान कर रहे हैं और सरकारी विभाग अपनी सेवाएं और भी तेज़ बना रहे हैं.
भारत का AI मिशन और आने वाला भविष्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में शुरू हुआ डिजिटल इंडिया मिशन अब AI इंडिया मिशन का रूप लेता दिख रहा है. सरकार का मकसद है कि AI for All के ज़रिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का फायदा सिर्फ कंपनियों को नहीं, बल्कि आम लोगों तक भी पहुँचे.भारत के पास दुनिया की सबसे बड़ी युवा टेक वर्कफोर्स और मज़बूत डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर है, जो इसे AI के क्षेत्र में और आगे बढ़ा रहा है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगले तीन सालों में AI से जुड़े करीब पाँच लाख नए रोजगार बन सकते हैं.
वर्ल्ड बैंक के अनुसार, भारत की AI Readiness Ranking लगातार ऊपर जा रही है. इसका मतलब है कि भारत अब सिर्फ तकनीक का इस्तेमाल करने वाला देश नहीं, बल्कि इनोवेशन में लीडर बन रहा है. आने वाले सालों में भारत दुनिया के सामने एक “AI Powerhouse” के रूप में उभर सकता है.
यह भी पढ़ें – AI और ऑटोमेशन ने हिलाया भारत का IT सेक्टर फ्रेशर्स की नौकरी की उम्मीदें घटीं!