भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने जुलाई-सितंबर 2025 में अपने कर्मचारियों की संख्या में भारी कमी देखी. कंपनी ने बताया कि इस दौरान 19,755 कर्मचारी कम हुए, और अब कुल 6,13,069 कर्मचारी बचे हैं. यह कमी तब हुई, जब कर्मचारियों के जाने की दर 13.8% से घटकर 13.3% हो गई TCS ने कहा कि यह कमी कंपनी के नए तरीका का हिस्सा है. इसके तहत कंपनी ने लगभग 2%, यानी करीब 12,000 कर्मचारियों को हटाने का फैसला किया था. कंपनी का मानना है कि यह कदम लंबे समय में उसकी कार्यक्षमता और AI आधारित रणनीति को बेहतर बनाएगा.
पिछली तिमाही (अप्रैल-जून 2025) में TCS ने 5,090 नए कर्मचारी जोड़े थे. लेकिन इस बार छंटनी की वजह से कर्मचारियों की संख्या घट गई. यह दिखाता है कि TCS अब कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने के बजाय उत्पादकता और ऑटोमेशन पर जोर दे रही है.
TCS के वित्तीय नतीजे: कमाई बढ़ी, लेकिन मुनाफा उम्मीद से कम
TCS ने जुलाई-सितंबर 2025 के नतीजों में बताया कि उसकी कमाई बढ़कर 65,799 करोड़ रुपये हो गई. यह पिछले तिमाही से 3.7% ज्यादा है. एक खास गणना (कॉन्स्टेंट करंसी) में यह बढ़ोतरी 0.8% रही. कंपनी का ऑपरेटिंग मार्जिन 0.7% बढ़कर 25.2% हो गया, लेकिन नेट मार्जिन 19.6% पर टिका रहा.
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हालांकि, कंपनी का मुनाफा बाजार की उम्मीदों से थोड़ा कम रहा. CNBC-TV18 के सर्वे में अनुमान था कि मुनाफा 12,528.3 करोड़ रुपये होगा, लेकिन असल मुनाफा इससे कम रहा. TCS ने बताया कि इस तिमाही में कंपनी को तरीका बदलने के लिए 1,135 करोड़ रुपये का अतिरिक्त खर्च करना पड़ा.
विश्लेषकों का कहना है कि बदलने की प्रक्रिया से अभी कुछ वित्तीय दबाव हो सकता है. लेकिन लंबे समय में यह कंपनी के कारोबार को बेहतर करेगा और खर्च कम करने में मदद करेगा. TCS ने कहा कि वह आने वाले सालों में AI, डिजिटल बदलाव और विश्व डिलीवरी को और बेहतर बनाने पर ज्यादा निवेश करेगी.
TCS में कर्मचारी रुझान और नेतृत्व में बड़ा बदलाव
TCS के लिए यह समय खास है. कंपनी ने 2024 में 19 साल में पहली बार अपने कर्मचारियों की संख्या में कमी देखी. यह कमी उस कंपनी के लिए बड़ी बात है, जिसने 2023 में 22,600 और 2022 में 1.03 लाख नए कर्मचारी जोड़े थे. 2004 में शेयर बाजार में आने के बाद से TCS ने लगातार अपने कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई. लेकिन अब कंपनी ऑटोमेशन, AI टूल्स और डिजिटल समाधानों के जरिए अपने कारोबार को बदल रही है.
कंपनी के नए मानव संसाधन प्रमुख (CHRO) के. सुदीप ने कहा, “मुझे यह जिम्मेदारी मिलने पर गर्व है. हमारा लक्ष्य TCS को दुनिया की सबसे बड़ी AI आधारित टेक्नोलॉजी सर्विस कंपनी बनाना है. हम अपने कर्मचारियों और साझेदारों के साथ मिलकर इस सपने को पूरा करेंगे. ”TCS का यह कदम विश्व आईटी क्षेत्र के रुझानों से मेल खाता है. अब कंपनियां बड़े पैमाने पर भर्ती करने के बजाय AI आधारित उत्पादकता और लचीली कर्मचारी रणनीति पर जोर दे रही हैं.
TCS के नतीजे: AI और कारोबार में बदलाव पर जोर
TCS के जुलाई-सितंबर 2025 के नतीजे दिखाते हैं कि कंपनी AI और बेहतर कारोबार के लिए अपने तरीके बदल रही है. छंटनी और नए तरीका का असर अभी कंपनी के मुनाफे पर दिख रहा है. लेकिन लंबे समय में यह रणनीति TCS को बाजार में और मजबूत कर सकती है.
वित्तीय विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले महीनों में कंपनी का ध्यान टिकाऊ विकास, AI के इस्तेमाल और खर्च कम करने पर रहेगा. यह साफ है कि TCS का यह बदलाव भारतीय आईटी उद्योग में डिजिटल बदलाव के नए दौर की शुरुआत का संकेत है. TCS का यह कदम विश्व आईटी रुझानों से मेल खाता है. अब कंपनियां बड़े पैमाने पर भर्ती के बजाय AI आधारित उत्पादकता और कर्मचारी रणनीति पर जोर दे रही हैं.
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