YES बैंक के शेयरों ने शुक्रवार को शेयर बाजार में जोरदार तेजी दिखाई. 10 अक्टूबर को शेयर 8.3% बढ़कर ₹24.30 तक पहुंच गया, जो पिछले 52 हफ्तों का सबसे ऊंचा स्तर है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर दोपहर 12:15 बजे शेयर ₹23.96 पर ट्रेड हो रहा था, यानी करीब 6.87% की बढ़त के साथ. पिछले छह महीनों में YES बैंक के शेयर में 39% और साल की शुरुआत से अब तक 22% की बढ़त दर्ज की गई है. सिर्फ एक महीने में शेयर ने 15% और तीन महीनों में करीब 21% का फायदा दिया है. मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि बैंक की बेहतर होती स्थिति और नए निवेशक के आने से निवेशकों का भरोसा फिर से बढ़ा है.
SMBC की डील ने जगाई नई उम्मीदें
YES बैंक को हाल ही में जापान की बड़ी बैंकिंग कंपनी Sumitomo Mitsui Banking Corporation (SMBC) से बड़ा निवेश प्रस्ताव मिला है. भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने SMBC को YES बैंक में 24.99% हिस्सेदारी या वोटिंग राइट्स खरीदने की मंजूरी दी है. इस डील के तहत SMBC, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) से 13.19% और HDFC, ICICI, Kotak Mahindra व Axis Bank समेत सात बैंकों से कुल 6.81% हिस्सेदारी खरीदेगा. यह मंजूरी एक साल के लिए मान्य है और डील को बैंकिंग रेगुलेशन एक्ट, FEMA और CCI की स्वीकृति भी लेनी होगी.
पिछले महीने Bandhan Bank और Federal Bank ने भी SMBC को अपने शेयर बेचे. Bandhan Bank ने ₹21.50 प्रति शेयर की दर से 15.39 लाख शेयर बेचे, जिससे उसकी हिस्सेदारी 0.70% से घटकर 0.21% रह गई. वहीं Federal Bank ने 16.62 करोड़ शेयर बेचे, जबकि SBI ने भी SMBC को अपना 13.19% हिस्सा सौंपा. SMBC, Sumitomo Mitsui Financial Group (SMFG) की पूरी तरह से स्वामित्व वाली कंपनी है. यह भारत में एक प्रमुख विदेशी बैंक के रूप में काम करती है. इस निवेश से YES बैंक को एक स्थिर और लंबी अवधि का रणनीतिक पार्टनर मिलेगा.
रेटिंग और पूंजी में सुधार से मजबूत हुआ बैंक
YES बैंक के लिए यह दौर न सिर्फ निवेश बल्कि प्रतिष्ठा के लिहाज से भी अहम है. बैंक ने हाल ही में 12,45,046 इक्विटी शेयरों का आवंटन किया, जिससे उसे ₹1.67 करोड़ की पूंजी प्राप्त हुई. बैंक के प्रबंध निदेशक और सीईओ प्रशांत कुमार ने कहा कि रणनीतिक निवेशक का आना और पूंजी जुटाने की क्षमता बैंक के लिए बड़ा अवसर है.
उन्होंने कहा कि “हमारी रेटिंग में पहले से ही सुधार हुआ है और आगे और बढ़ने की संभावना है.” साल 2020 में जब YES बैंक को गंभीर वित्तीय संकट का सामना करना पड़ा था, तब RBI ने बैंक पर मोरेटोरियम लगाया था. उस समय SBI के नेतृत्व में एक कंसोर्टियम ने बैंक में निवेश कर इसे बचाया था. अब मात्र पांच साल में बैंक ने अपनी स्थिति मजबूत कर ली है और उसकी क्रेडिट रेटिंग ‘D’ से बढ़कर ‘AA-’ हो गई है. यह सुधार निवेशकों के भरोसे और बैंक की वित्तीय मजबूती का बड़ा संकेत है.
Q2 परिणामों से पहले बढ़ी बाजार की उम्मीदें
YES बैंक का बोर्ड 18 अक्टूबर को बैठक करेगा, जिसमें वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही (Q2) के नतीजों पर चर्चा होगी. निवेशकों को उम्मीद है कि SMBC की डील और सुधरी बैलेंस शीट का असर नतीजों में साफ दिखेगा. मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर बैंक अपनी ग्रोथ पर कायम रहता है और लोन बुक में स्थिरता दिखाता है, तो रेटिंग में और सुधार संभव है. यह बैंक के अगले विकास चरण की शुरुआत हो सकती है.
YES बैंक की वापसी की नई कहानी
कभी संकट में घिरा YES बैंक अब दोबारा मज़बूत स्थिति में लौटता दिख रहा है. SMBC जैसी विदेशी वित्तीय संस्था की साझेदारी, सुधरी क्रेडिट रेटिंग और स्थिर बैलेंस शीट ने बाजार में बैंक पर भरोसा फिर से कायम किया है. बैंक के शेयरों में आई यह तेजी सिर्फ एक आंकड़ा नहीं है, बल्कि निवेशकों के विश्वास और प्रबंधन की मेहनत का नतीजा है. आने वाले महीनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या YES बैंक अपनी इस नई रफ्तार को बरकरार रख पाता है या यह किसी और बड़े बदलाव की शुरुआत है.
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